अल्मोड़ा-अल्मोड़ा में जनप्रतिनिधियों और जनता के प्रति अधिकारी कितने गंभीर हैं इसका उदाहरण आज सिंचाई विभाग में देखने को मिला।करीब पांच दिन पूर्व धर्म निरपेक्ष युवा मंच के संयोजक विनय किरौला के नेतृत्व में स्थानीय जनता का एक प्रतिनिधिमंडल सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियन्ता से मिला था तथा मांग की थी कि अल्मोड़ा में सत्रह करोड़ से बन रहे ड्रेनेज सिस्टम और नालों के कार्य को बहुत धीमी गति से कर रहे ठेकेदार को कार्यालय में बुलाकर उसे निर्देशित किया जाए कि निर्माण कार्यों में तेजी लाई जाए जिससे कि तय समय अप्रैल 2024 तक अल्मोड़ा नगर में ड्रेनेज और नालों का निर्माण पूरा कर लिया जाए जिससे कि बरसात के मौसम में पानी की सही निकासी हो और लोगों के घरों को नुकसान ना पहुंचे।इस क्रम में सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया था कि आज शनिवार को प्रातः 11 बजे सम्बन्धित ठेकेदार को बुलाकर स्थानीय लोगों के सामने बात की जाएगी।तय समय के अनुसार आज जब लोगों का प्रतिनिधिमंडल सिंचाई विभाग कार्यालय पहुंचा तो वहां ना अधिशासी अधिकारी उपस्थित थे और ना ही सम्बन्धित ठेकेदार।इस पर लोगों का आक्रोश फूट गया और वे वहीं पर धरने पर बैठ गये।लोगों का कहना था कि यह जनता की भावनाओं के साथ मजाक है और इसको लेकर वे अब जिलाधिकारी के सम्मुख फरियाद लगाए़गे।विदित हो कि एक सप्ताह पूर्व अल्मोड़ा की जनता के एक प्रतिनिधिमंडल ने धर्म निरपेक्ष युवा मंच के संयोजक विनय किरौला के नेतत्व में सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियन्ता से प्रथम चरण में अल्मोड़ा में बनने वाले ड्रेनेज सिस्टम जिसका टेंडर मार्च 2023 में लगने के बाद कार्य प्रारंभ होने के बाद दिसंबर 2023 तक ठेकेदार व विभागीय लापरवाही के कारण केवल 5 प्रतिशत कार्य हो पाया है,जिस कारण अल्मोड़ा की जनता में भारी रोष है के सम्बन्ध में वार्ता की थी।एक सप्ताह पूर्व हुई वार्ता में अधिशासी अभियंता ने जनता से वादा कर आज दिनांक 23 दिसम्बर को ठेकदार,विभाग व जनता के बीच वार्ता कर प्रथम चरण के कार्य को कार्य समाप्ति की नियत तिथि तिथि यानी मई 2024 को गुणवत्ता के साथ कार्य पूरा करने को लिखित में कहा जाएगा के सम्बन्ध में आश्वासन दिया था।आज प्रातः 11 बजे नियत समय पर अल्मोड़ा के वरिष्ठ नागरिकों सहित तमाम लोग जिसमे महिलाएं, युवा सहित अल्मोड़ा के विभिन्न वार्डो से प्रतिनिधि वार्ता के लिए आए थे,किंतु वार्ता के लिए फैसला लेने के लिए जिम्मेदार अधिकारी समेत ठेकेदार अनुपस्थित पाए गए।जिससे अल्मोड़ा की जनता में रोष उत्पन्न हो गया।जनता ने सिचाई विभाग पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की।विनय किरौला ने टेलीफोनिक पूरे घटनाक्रम की जानकारी सिचाई सचिव को दी और ठेकेदार व विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए कहा कि नैनीताल में एक सौ साल पूर्व बने ड्रैनेज सिस्टम के बाद से अब तक कोई ड्रैनेज सिस्टम नही बना है,किसी भी शहर के लिये सौ सालों में ड्रैनेज सिस्टेम एक बार बनता है।अल्मोड़ा नगर को भूस्खलन से बचाने की इस मुहिम में जनता को एक जुट होने कर कार्य की गुणवत्ता व समय पर कार्य की समाप्ति के लिए एकजुट होकर नगर को बचाने की इस मुहिम में सहयोग व संगठित होने की जरूरत है।विनय किरौला ने कहा कि जल्द ही अल्मोड़ा वासी इस विषय मे जिलाधिकारी से मिलिगे।आज के कार्यक्रम में विनय किरौला,के पी जोशी,दीवान सिंह डसीला,नीमा सनवाल,प्रशांत चौधरी,नंदी बिष्ट,ललिता उपाध्याय,मोहित जोशी,लक्ष्मन सिंह बोरा,धन सिंह मेर,लता भट्ट,हुकुम सिंह चौहान,मोहन सिंह कुमया,एन एस मटियानी,सुरेश आर्य,सीमा नयाल,बबली मेहरा, भावना जोशी,धन सिंह मेर,नंदी बिष्ट,महेंद्र बिष्ट,मोहित बिष्ट,रेनू गुणवंत,जानकी गुणवंत,उषा भाकुनी,गीता दसोनी,बीना नयाल,सुनीता बिष्ट,बी के उपाध्याय, विजय प्रसाद,दीवान सिंह भाकुनी,जगत प्रकाश,जीवन मेहरा,नितिन टम्टा,भूपेश दसोनी सहित दर्जनों लोग उपस्थित थे।