अल्मोड़ा-पिछले 9 दिनों से रानीधारा सड़क पुनर्निर्माण सँघर्ष समिति के बैनर तले निरंतर जारी धरने व आंदोलन से दबाव में आकर सरकार व प्रशासन ने संघर्ष समिति की पहली माँग-साई मंदिर से धार की तूनी तक लिंक रोड के सुधारीकरण के लिए निविदा निकाल दी है।आज दिनांक 1 जुलाई को धरने के 10 वे दिन आन्दोलनकारियो ने इसे पहली जीत माना।संघर्ष समिति ने आगे की रणनीति बताते हुए कहा कि उनकी तीन सूत्रीय मांग को लेकर कार्यदायी संस्था द्वारा निविदा निकाली गई है।जबकि अन्य दो मांगे मानी जानी बाकी है,जिसमें एक मांग सैकड़ो स्कूली बच्चो के रोजमर्रा के इस्तेमाल का मार्ग शिव मंदिर से सेवा सदन तक मार्ग का सुधारीकरण व सीवर लाइन की एसआईटी जांच है।संघर्ष समिति ने यह भी तय किया कि जब तक सड़क का निर्माण नही होता साथ ही अन्य दो शर्तो को माना नही जाता आंदोलन जारी रहेगा।इसके अतिरिक्त 10 वे दिन के धरना स्थल पर यह भी तय हुआ कि इस मार्ग के निर्माण की गुणवत्ता पर नज़र रखने के लिए अगली बरसात में इस मार्ग की स्थिती देखी जाएगी।यदि अगली बरसात में मार्ग की गुणवत्ता में कमी पाई गई,तो कार्यदायी संस्था व ठेकेदार के खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा साथ ही धरना अनवरत जारी रहेगा।जब तक इन मार्गो का निर्माण कार्य व अन्य शर्तो पूरी नही होती,साथ ही मार्ग पूर्ण होने तक आंदोलन जारी रहेगा।आज के धरने में संयोजक विनय किरौला,डॉ जी सी दुर्गापाल,आशीष जोशी,नरेंद सिंह नेगी,मीनू पंत,अर्चना पंत,गरिमा जोशी,शेखर जोशी,कमला द्रमवाल, हिमांशु पंत,बीना पंत,नीमा पंत,मीनाक्षी पांडे, गीता पंत,गीता पांडे, दीपाली पांडे,ज्योति पांडे,दीपा पांडे, हंसी रावत,रेखा मेर,चंद्रा बिष्ट,दीप चेन्द्र बिष्ट,भगवान सिंह डोगरा,सुमित नज्जोन,पंकज पंत,दीप चंद उप्रेती,गंगाबिष्ट,एसडी बिष्ट,आर डी तिवारी आदि उपस्थित थे।