अल्मोड़ा-नगर के जोशीखोला निवासी रजनीकांत जोशी एवं चम्पी जोशी के पुत्र युवराज जोशी एवं यथार्थ जोशी का दूसरा पेटेंट A METHOD FOR PREPARATION OF REINFORCED PAPER STRUCTURE FROM WASTE-PAPER का ग्रांट हो गया है।इससे पहले 27/12/2023 को इनका पहला पेटेंट ग्रांट हुआ था।दोनों का पेटेंट का शीर्षक भी यही है पर विधि अलग है।ये पेटेंट The Patent Office,Government of India द्वारा प्रदान किए गए।यह पेटेंट अनुदान आविष्कारकों के प्रौद्योगिकी में विशेष रूप से सुदृढ़ कागज संरचनाओं से संबंधित अद्वितीय योगदान को मान्यता देता है।इस आविष्कार का मुख्य लक्ष्य कचरे के कागज का उपयोग करके एक सुदृढ़ कागज संरचना बनाना है। कागज को सुदृढ़ करके,यह अधिक मजबूत, टिकाऊ और विभिन्न उपयोगों के लिए उपयुक्त बन जाता है।पारंपरिक कागज निर्माण प्रक्रियाएँ लकड़ी के गूदे या अन्य रेशों का उपयोग करके कागज का उत्पादन करती हैं। हालांकि,कचरे का कागज (जैसे पुराने अखबारगत्ता, या ऑफिस का कागज)प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है और अक्सर फेंक दिया जाता है।कचरे के कागज को पुनर्नवीनीकरण करना पर्यावरण के लिए अनुकूल है,लेकिन इसके अंतर्निहित कमजोरियों (जैसे, कम ताकत, खराब प्रतिरोध) के कारण इसे उच्च गुणवत्ता वाले अनुप्रयोगों में पुन: उपयोग करना सीमित है।यह पेटेंट कचरे के कागज की विशेषताओं को बढ़ाने के लिए एक नवीन विधि का प्रस्ताव करता है,जिससे यह विशेष अनुप्रयोगों के लिए उपयुक्त हो सके।इसमें शामिल मुख्य चरण हैं संग्रहण और छंटाई: विभिन्न स्रोतों से कचरे के कागज को एकत्रित करना।रासायनिक उपचार: कचरे के कागज पर विशेष रासायनिक उपचार लागू करना।ये उपचार रेशों को अधिक मजबूत बनाते है।कागज के गूदे में अतिरिक्त सुदृढ़ सामग्री (जैसे प्राकृतिक रेशे, सिंथेटिक रेशे, या योजक) शामिल करना।कागज संरचना का निर्माण: पारंपरिक कागज निर्माण तकनीकों का उपयोग करके कागज संरचना का निर्माण करना।कागज को सुखाना और पकाने देना।परिणामस्वरूप कागज में सुधारित ताकत,आंसू प्रतिरोध और अन्य वांछनीय गुण होते है।सुदृढ़ कागज विभिन्न क्षेत्रों में उपयोग किया जा सकता है।पैकेजिंग में बॉक्स,बैग और कंटेनर के लिए मजबूत कागज।अस्थायी संरचनाओं या इन्सुलेशन के लिए सुदृढ़ गत्ते।ओरिगामी, मूर्तियों और अन्य रचनात्मक परियोजनाओं के लिए मजबूत कागज।ब्रोशर, प्रमाणपत्र और निमंत्रण के लिए उच्च गुणवत्ता वाला कागज।इसके अनेक फायदे भी हैं।कचरे के कागज का उपयोग ताजे लकड़ी के गूदे की आवश्यकता को कम करता है।कचरे का कागज आसानी से उपलब्ध और सस्ता होता है।सुदृढ़ कागज कई अनुप्रयोगों में पारंपरिक कागज को बदल सकता है। कागज की लचीलेपन के साथ सुदृढ़ीकरण का संतुलन। मौजूदा कागज निर्माण मशीनरी के साथ संगतता सुनिश्चित करना।सारांश में यह पेटेंट कचरे के कागज को सुदृढ़ कागज संरचनाओं में बदलने का एक अभिनव तरीका प्रस्तुत करता है। यह पर्यावरणीय जागरूकता को व्यावहारिक उपयोगिता के साथ जोड़ता है।दोनों भाईयों की इस उपलब्धि पर पूर्व दर्जा मंत्री बिट्टू कर्नाटक ने उन्हें एवं उनके माता पिता को बधाईयां प्रेषित करते हुए कहा है कि दोनों भाईयों की मेहनत से आज अल्मोड़ा का नाम विश्व स्तर पर आया है जो हम सब के लिए गर्व की बात है।
नगर निवासी युवराज एवं यथार्थ जोशी का पेटेंट हुआ ग्रांट,बधाईयों का लगा तांता
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