अल्मोड़ा-रानीधारा लिंक रोड का निर्माण सीवर लाइन बनने के बाद से लंबे समय से अधर में लटका हुआ है,सामाजिक कार्यकर्ता विनय किरौला ने कहा कि लंबे समय से इस मार्ग को दुरुस्त करने की मांग उनके द्वारा की जा रही है किंतु कार्यदायी संस्था के कान में जू तक नही रेग रही है।कुछ दिनों पूर्व दो घंटे की बारिश ने उक्त मार्ग में बने सीवर लाइन के कारण मार्ग में अस्त-व्यस्त हुए मलबे के कारण पानी का पारंपरिक मार्ग अवरुद्ध हो गया जिस कारण बरसात का पानी लोगो के घरों में घुस गया,यदि बरसात से पूर्व इस मार्ग का निर्माण कार्य पूरा नही हुआ तो लोगो के मकान सहित जान माल का बड़ा नुकसान हो सकता है।विनय किरौला ने कहा कि बरसात से पूर्व हर हालत में उक्त मार्ग पूरा हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि रानीधारा लिंक रोड में इंटरलॉकिंग टायल्स या सीसी मार्ग का निर्माण आज शुक्रवार से प्रारम्भ नही हुआ तो मजबूरन उन्हें रानीधारा वासियों के साथ कल शनिवार से धरने पर बैठने पर मजबूर होना पड़ेगा।ज्ञात रहे कि पिछले दिनों हुई दो घंटे की बरसात से सड़क के नीचे के मकानों में पानी और मलवा घुस गया था लेकिन बड़ी आपदा आने से बच गयी।साथ ही रोजाना इस लिंक रोड में स्कूली बच्चों सहित हज़ारों लोग आवाजाही करते है,घरों में मलवा और पानी आने का कारण सीवर लाइन बनने के बाद खुर्द-बुर्द हुए रास्ते से मलवा-मट्टी की कार्यदायी संस्था द्वारा सफ़ाई न किया जाना व प्रस्तावित इंटरलॉकिंग टाइल्स या सीसी मार्ग का निर्माण हमारे द्वारा कार्यदायी संस्था पर पिछले लंबे समय से आग्रह करने के बाद भी न बनना है,जो कार्यदायी संस्था की घोर लापरवाही को दिखता है।जिस कारण इस मार्ग में जान-माल का खतरा बना हुआ है।जल्द ही मानसून आने वाला है यदि मानसून से पूर्व आपदा की दृष्टि से अति संवेदनशील हो चुके इस इलाके की इस लिंक रोड का निर्माण नही किया गया तो बड़ी आपदा आ सकती है,जिसकी समस्त जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। उन्होंने साथ ही विभिन्न संगठनों सहित व्यापार-मंडल,बार ऐसोसिएशन,बुद्धिजीवीयो,छात्रों सहित अल्मोड़ा की प्रबुद्ध जनता से अपील की है कि इस अत्यंत संवेदनशील मुद्दे में संगठित होकर धरने में शामिल हो।