अल्मोड़ा। बिनसर वन्य जीव अभ्यारण्य में गुरुवार को दर्दनाक हादसा हो गया जिसमें चार वन कर्मियों की मौत हो गई थी तथा चार वनकर्मी झुलसे भी हैं। हादसे की रिपोर्ट वन मंत्री सुबोध उनियाल द्वारा ली गई थी, साथ ही मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए थे। इतने बड़े हादसे के बाद लापरवाही पर अधिकारियों पर शासन की गाज गिरी है। शासन ने वन विभाग के बड़े अधिकारियों पर कार्रवाई की है। सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में तीन आईएफएस अफसरों को सस्पेंड किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री धामी की तरफ से दिए गए निर्देशों के क्रम में चीफ कंजरवेटर ऑफ फॉरेस्ट कुमाऊं , चीफ कंजरवेटर नार्थ और डीएफओ अल्मोड़ा को भी सस्पेंड किया गया है। मुख्यमंत्री का कहना है कि यह सीधी सीधी चेतावनी है कि उच्च अधिकारी धरातल पर चीज़ों को देखें, कोई लापरवाही ना बरतें। बता दें कि बिनसर वन्य जीव अभयारण्य में वनाग्नि की चपेट में आए घायलों के इलाज के लिए मुख्यमंत्री धामी के विशेष निर्देशों पर दो एयर एम्बुलेंस से दिल्ली एम्स में शिफ्ट किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार सुबह सीएम आवास में बैठक में इसके निर्देश दिए थे। गुरुवार को बिनसर वन्यजीव विहार में वन कर्मियों की बोलेरो गाड़ी वनाग्नि की चपेट में आ गई थी। इस हादसे में चार वनकर्मियों की दर्दनाक मृत्यु हो गई थी तथा चार वनकर्मी बुरी तरह झुलस गए थे। जिन्हें अल्मोड़ा बेस अस्पताल लाया गया था तथा बेस से हल्द्वानी एसटीएच रेफर किया गया था। शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इन चारों वन कर्मियों को दो एयर एंबुलेंस से दिल्ली एम्स में भर्ती कराने के निर्देश दिए थे जिसके बाद घायलों को एयरलिफ्ट कर दिल्ली ले जाया जा रहा है। शुक्रवार को बिनसर के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए वायु सेना की भी मदद ली गई। वायु सेना का एक हेलीकॉप्टर भीमताल से पानी उठाकर बिनसर के जंगलों की आग को बुझाने में लगा रहा। साथ ही एनडीआरएफ एवं एसडीआरएफ एवं वन विभाग के जवान भी आग पर काबू पाने में लगे हुए हैं।