अल्मोड़ा-डायट परिसर में लगे पेड़ों से आस पास रहने वाले लोगों के घरों को खतरा है।जिस सम्बन्ध में आज स्थानीय लोगों ने सभासद अमित साह मोनू के नेतृत्व में डायट के प्राचार्य से मिल उन्हें ज्ञापन दिया तथा पेड़ों को काटने की मांग की।डायट के प्राचार्य जी जी गोस्वामी ने वन विभाग को पत्र लिखकर कार्यवाही की बात कही है। विदित हो कि पिछले दिनों चली तेज आंधी से डायट परिसर से पेड़ टूटकर लोगों के आवासीय घरों में गिरे।हालांकि भवनों को कोई नुकसान नहीं हुआ।लेकिन इससे आप पास रहने वाले लोगों में भय का माहौल हैं। इस अवसर पर सभासद अमित शाह मोनू ने कहा कि डाइट का परिसर एक सरकारी परिसर है यहां पर काफी संख्या में विशालकाय पेड़ है। डाइट के परिसर से लगे हुए अनेक आवासीय मकान हैं।जब हवा चलती है तो पेड़ हिलते हैं और पेड़ हिलते हैं तो जो पुराने पेड़ हो गए हैं उनकी डालियों के टूटने का खतरा रहता है।क्योंकि कुछ दिन पूर्व आये आंधी तूफान में डालियां टूट के लोगों के मकानों में भी गिरी है। इससे लोगों के आवासीय परिसरों को नुकसान होते-होते बचा है लेकिन क्योंकि डालिया रात को गिरी इस कारण से लोगों में भय व्याप्त है।आंधी चलने पर रात को लोग सो नहीं पा रहे हैं तो उन्होंने कहा कि डायट परिसर को इस बात को गंभीरता से लेना चाहिए और जिन पेड़ों से लोगों के आवासीय भवनों को खतरा है उन पेड़ों को कटवाना चाहिए और यदि कटवा नहीं सकते हैं तो उनकी लापिंग अविलंब करवानी चाहिए जिससे कि लोग स्वयं को सुरक्षित महसूस कर सकें।अमित साह ने उन्होंने बताया कि उनकी डाइट के प्राचार्य जीजी गोस्वामी से बात हुई है तथा इस संबंध में उन्होंने उनको ज्ञापन भी सोपा है। अमित शाह ने बताया कि डाइट के प्राचार्य ने कहा है कि वह इस संबंध में वे वन निगम के अधिकारियों से पत्राचार करेंगे तदोपरांत आगे की कार्यवाही की जाएगी।लेकिन ऐसे में सोचने वाली बात यह है कि यदि पत्राचार में लंबा समय लगता है और इस बीच आंधी तूफ़ान से कोई पेड़ गिरकर लोगों के घरों में गिरता है तो इससे होने वाले नुकसान की जिम्मेदारी किसकी होगी?ज्ञापन सौंपने वालों में सभाषद अमित साह मोनू के साथ रमेश चन्द्र जोशी,सुन्दर सिंह बिष्ट, सुरेन्द्र सिंह मेहरा,मुकुल जोशी,सौरव नयाल,अभिषेक जोशी, ललित भाकुनी आदि शामिल रहे।