अल्मोड़ा-आज सामाजिक कार्यकर्ता विनय किरौला व भारतीय बाल्मीकि धर्म समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष अमरेश पवार के नेतृत्व में पर्यावरण मित्रो ने आरोप लगाते हुए कहा कि वे 2019 में पर्यावरण मित्र के रूप बेस चिकित्सालय में ठेके में कार्यरत थे।ठेकेदार ने उनका एक माह के वेतन का भुगतान नही किया।जिसको लेकर पूर्व में अनेको बार उनके द्वारा ठेकदार से गुहार लगाई गई किंतु ठेकदार द्वारा केवल झूठे अस्वासन देकर ठेकाकर्मियों को टाल दिया जाता था।पर्यावरण मित्रो के साथ वेतन को लेकर हुई नाइंसाफी के खिलाफ आज मुख्य चिकित्सा अधिकारी से वार्ता की गयी जिसमे विनय किरौला व अन्य लोगो द्वारा मांग की गई है कि पर्यावरण मित्रो के एक माह के वेतन की शेष धनराशि सहित 2019 से लेकर आज तक का ब्याज सहित भुगतान किया जाए।मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा ठेकेदार को 20 तारीख को मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में उपस्थित होने को कहा गया है।वही सामाजिक कार्यकर्ता विनय किरौला ने कहा कि 20 तारीख से अगले 10 दिनों में यदि पर्यावरण मित्रो के वेतन की धनराशि नही दी गयी तो पहाड़ के लोगो के साथ हो रहे इस शोषण के खिलाफ लोगो को जागरूक कर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।साथ ही उन्होनें कहा कि उत्तराखंड राज्य के निर्माण की एक प्रमुख धारणा यह भी था कि यहाँ के युवाओं को उनके प्रदेश में,जिले में सम्मान के साथ नौकरी मिले।किंतु दुर्भाग्य है कि आज सभी विभागों में नौकरियां सरकार द्वारा ठेके में दे दी गयी है।जिसके खिलाफ युवाओं में बहुत आक्रोश है।नौकरियों में ठेका प्रथा को बंद करने के लिए जल्द ही रणनीति बनाई जाएगी।
ज्ञापन देने वालो में सामाजिक कार्यकर्ता विनय किरौला सहित,भारतीय बाल्मीकि धर्म समाज के प्रदेश उपाध्यक्ष अमरीश पवार,सुजीत टम्टा,देवभूमि उद्योग व्यापार मंडल के उपसचिव अमन टकवाल,भारतीय बाल्मीकि धर्म समाज के उपसचिव किट्टू चंदेल,संजय बाल्मीकि,विनोद कुमार टम्टा,रोबिन बाल्मीकि,विजय मजरिया जिला उपाध्यक्ष भारतीय बाल्मीकि धर्म समाज,मीडिया प्रभारी राजकुमार बाल्मीकि,अशोक बाल्मीकि,राज चौहान,प्रदीप बाल्मीकि नगर मंत्री,विकी बाल्मीकि,विनय बाल्मीकि आदि उपस्थित थे।
किरौला के नेतृत्व में दर्जनों लोगों ने सौंपा मुख्य चिकित्साधिकारी को ज्ञापन, कार्यवाही ना होने पर दी वृहद आन्दोलन की चेतावनी
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